परिचय

RajKisan
राज किसान साथी पोर्टल

माननीय मुख्यमंत्री महोदय की बजट घोषणा वर्ष 2019-20 के बिन्दु संख्या 16 एवं 17 (Ease of Doing Farming) की अनुपालना में किसानों को कृषि, उद्यानिकी, कृषि विपणन विभाग, पशुपालन विभाग, कृषि विपणन बोर्ड, बीज निगम, बीज प्रमाणीकरण संस्था आदि द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ त्वरित व पारदर्षी तरीके से प्रदान करने के लिए एक इन्टीग्रेटेड पोर्टल ‘‘राज किसान साथी‘‘ विकसित किया जा रहा है।

यह पोर्टल सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग एवं राजकाॅम्प इन्फो सिस्टम लिमिटेड के माध्यम से विकसित करवाया जा रहा है। यह कार्य चरणबद्ध रूप में पांच वर्षों में पूर्ण किया जाएगा।

इस पोर्टल के माध्यम से किसानों को उनसे संबंधित विभिन्न योजनाओं की जानकारी व लाभ प्राप्त करने के लिए भिन्न-भिन्न पोर्टल का प्रयोग कर आवेदन प्रस्तुत करने के स्थान पर सिंगल विन्डो के रूप में केवल एक ही पोर्टल के माध्यम से समस्त सुविधाएं उपलब्ध करवाने का प्रावधान है। एस.एस.ओ. आई.डी. के माध्यम से जनाधार आई.डी. का प्रयोग करते हुए एक बार तैयार किए गए प्रोफाइल के माध्यम से कृषकों द्वारा विभाग से संबंधित समस्त योजनाओं के लिए आवेदन किया जाना संभव होगा। उन्हें बार-बार अपने आधारभूत दस्तावेजों को अपलोड करने से मुक्ति मिल जाएगी। आवेदक को ई-मित्र केन्द्र के माध्यम से भी आवेदन प्रस्तुत करने की सुविधा उपलब्ध है।

विभागीय स्तर पर बिजनेस प्रोसेस रीइन्जीनियरिंग करते हुए सम्पूर्ण आवेदन प्रक्रिया को सुगम एवं पेपरलैस किया गया है, आवेदक को ऑनलाईनआवेदन प्रस्तुत करने के उपरान्त विभिन्न विभागीय कार्यालयों में सम्पर्क करने की आवश्यकता नहीं है। वह ऑनलाईनअपने आवेदन पत्र की स्थिति जांच सकते हैं। साथ ही आवेदन पत्र की विभिन्न स्थितियों को जानकारी आवेदक के मोबाइल पर एस.एम.एस. के माध्यम से प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। विभागीय कार्यालयों में आवेदन की ऑनलाईनजांच, मोबाइल एप्प के माध्यम से फील्ड कार्मिकों द्वारा जियो टेगिंग सहित भौतिक सत्यापन के साथ-साथ ई-साईन ऑनलाईनप्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति व डीबीटी आधारित भुगतान लाभार्थी के बैंक खाते के माध्यम से किया जाने लगा है जो कि End to End online approach है।

इस पोर्टल के माध्यम से व्यक्तिगत लाभ की योजनाएं यथा फार्म पौण्ड, डिग्गी, जलहौज, कृषि पाईपलाईन, फव्वारा, ड्रिप, स्प्रिक्लर, मिनी स्प्रिक्लर, बीटी काॅटन विपणन, बीज उत्पादकों का पंजीकरण, कृषि यंत्रों के लिए अनुदान, कृषि में अध्ययनरत छात्राओं को शिक्षा हेतु प्रोत्साहन राशि आदि योजनाओं को लाईव किया जा चुका है। कृषि विपणन बोर्ड की कैपिटल इन्वेस्टमेन्ट सब्सिडी योजना, भाडा अनुदान योजना के तहत ऑनलाईनआवेदन की सुविधा भी प्रारम्भ की जा चुकी है।

किसानों को विभागीय योजनाओं की जानकारी प्रदान करने के लिए ‘‘राज किसान सुविधा‘‘ मोबाईल एप्प, जैविक उपज के क्रेता-विक्रेता के लिए ‘‘राज किसान जैविक‘‘ मोबाईल एप्प तथा टिड्डी के हापर्स के सर्वेक्षण एवं निगरानी के लिए भी मोबाईल एप्प विकसित किया गया है।

उर्वरक एवं बीज की गुणवत्ता परीक्षण के लिए भी नमूनों के आहरण से लेकर उनकी प्रयोगशाला में जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध करवाने तक के लिए बारकोड आधारित ‘‘राजएग्री क्यू.सी.‘‘ मोबाईल एप्प विकसित की जा चुकी है। कृषि एवं संबंधित विभागों के कार्मिकों का पंजीकरण पोर्टल पर किया जा चुका है तथा इन समस्त कार्मिकों के सेवाअभिलेख का विवरण ऑनलाईनकिया जा रहा है।

तारबन्दी, ग्रीन हाऊस, शेडनेट योजनाओं के साथ-साथ उर्वरक, कीटनाशक एवं बीज के उत्पादन एवं विपणन लाइसेन्स संबंधी विभिन्न प्रक्रियाओं को पूर्णतया पेपरलैस रूप में ऑनलाईनकिया जा रहा है, साथ ही जी.आई.एस. आधारित फसल अनुमान प्रणाली, आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स इत्यादि पर भी कार्य किया जाएगा। भविष्य में कृषि, उद्यान एवं संबंधित विभागों की समस्त प्रक्रियाओं को ऑनलाईनकिया जाएगा।

राज किसान साथी पोर्टल को ई-मित्र, प्रधानमंत्री किसान सम्मान पोर्टल, जनाधार पोर्टल, आधार पोर्टल, पै-मैनेजर पोर्टल, ई-धरती पोर्टल आदि से इन्टीग्रेट किया जा चुका है। भविष्य में भारत सरकार के फसल बीमा पोर्टल, साॅयल हैल्थ कार्ड पोर्टल, फार्म इम्प्लीमेन्ट पोर्टल आदि से इन्टीग्रेट किए जाने की योजना है।