खुरपका-मुंहपका एवं ब्रुसेलोसिस रोग नियंत्रण

खुरपका-मुंहपका एवं ब्रुसेलोसिस रोग नियंत्रण

उद्देश्य
  • वर्ष 2030 तक खुरपका-मुंहपका (एफ.एम.डी.)रोग का उन्मूलन तथा ब्रुसेलोसिस रोग का नियंत्रण ।
सुविधायें
  • पशुओं की 12 अंको के यूनिक कोड़ वाले ईयर टैग से टैगिंग।
  • इनॉफ सॉफ्टवेयर पर पशु एवं पशुपालक पंजीकरण।
  • एफ.एम.डी. टीकाकरण।
  • एफ.एम.डी. टीकाकरण का इनॉफ सॉफ्टवेयर पर इन्द्राज।
  • ब्रुसेलोसिस रोग नियंत्रण हेतु लक्षित पशु (4-8 महीने की बछिया तथा पाड़ी) में जीवन पर्यन्त रोग प्रतिरोध क्षमता का विकास करने हेतु ब्रुसेलोसिस रोग प्रतिरोधक टीकाकरण सम्पादित किया जावेगा।
अनुदान
  • निकटतम पशुचिकित्सा संस्था।
पात्रता
  • राज्य के समस्त पशुपालक।
अन्य महत्वपूर्ण बिंदु
  • प्रदेश के समस्त गौ, भैस, बकरी भेड़ तथा शूकर वंशीय पशुओं में प्रत्येक 6 माह के अन्तराल पर एफ.एम.डी. रोग प्रतिरोध टीकाकरण कार्य सम्पादित किया जाना है ताकि इस रोग के उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकें।
  • ब्रुसेलोसिस रोग नियंत्रण हेतु प्रदेश में मादा बछियों एवं पाड़ीयों की संख्या अनुमानत 40.44 लाख है। इनका टीकाकरण माह नवम्बर- दिसम्बर में सम्पादित किया जायेगा। लक्षित पशु- 4 से 8 महीने की बछिया तथा पाड़ी।